दर्द हमेशा तुझे हो। प्यार हमारा ऐसा हो। दर्द हमेशा तुझे हो। प्यार हमारा ऐसा हो।
फागुन की शाम मजनू निकला लैला की तलाश में फागुन की शाम मजनू निकला लैला की तलाश में
यादें दिल को सुकून दे जाती हैं, दिल को सुकून दे जाती हैं यादें। यादें दिल को सुकून दे जाती हैं, दिल को सुकून दे जाती हैं यादें।
अफ़साने हुए फ़क़त कागज़ी नथी वगरना हम भी थे ए'जाज़-ए-उल्फ़त कामिल। अफ़साने हुए फ़क़त कागज़ी नथी वगरना हम भी थे ए'जाज़-ए-उल्फ़त कामिल।
मगर प्रेम में अर्पित आवारा सा नैन स्पर्श की ताक में हूँ।। मगर प्रेम में अर्पित आवारा सा नैन स्पर्श की ताक में हूँ।।
विश्व का अभिशाप क्या अब नींद बनकर पास आया? अमरता सुत चाहता क्यों मृत्यु को उर में बसाना? जाग तुझको... विश्व का अभिशाप क्या अब नींद बनकर पास आया? अमरता सुत चाहता क्यों मृत्यु को उर म...